भारत में शादियाँ धूम धाम से मनाया जाते हैं | हिन्दू शादियाँ और रिवाज बहुत अच्छे और अलग है | मुझे हिन्दू शादी बहुत पसंद है | मुझे हर रसम पसंद है | सब कुछ अच्छा है हिन्दू शादी के बारे में | हिन्दू शादी में बहुत मजा आता है | गुजराती शादी में तिन या चार दिन के घटनाओं होते हैं | पहले दिन में पीथी और संगीत का रसम होता है | संगीत में सिर्फ औरतों के लिए है लेकिन अब आदमी और औरत संगीत में जाते है | पीथी का रसम दूल्हा और दुल्हन के घर पर होता है | पीथी में हल्दी का लेप दूल्हा और दुल्हन पर लगाया जाता है | यह रसम शुभ माना जाता है और यह रसम सुन्दरता के लिए है | दुसरे दिन में मेहँदी की रसम होती है | दुल्हन और दुल्हन की रिश्तेदारों और सहेलियां एक साथ मिलकर यह रसम पूरे करते है | शादी दिन के पहले गणेश स्थापना और मंडवा मूरत होता है (हिंदी में मंडप महूरत) | गणेश स्थापना हिन्दू शादी की सब से महत्वपूर्ण रसम है | यह पूजा सौभाग्य और समृद्धि के लिए होता है | यह दिन के शाम में गरबा होती है | गरबा में दूल्हा और दुल्हन के रिश्तेदारों और दोस्तों शामिल होते हैं | गरबा में रास भी होता है और रास में सब डंडिया के साथ खेलते है | शादी के दिन शादी होता है और शादी के बाद शाम को रिसेप्शन होता है | शादी में बहुत कुछ करना पड़ता है | पहले दूल्हा और दुल्हन वरमाला एक दुसरे को पहनते है | फिर दुल्हन के पापा उस का कन्यादान करते हैं | फिर हवं होता है | शादी में सप्तपदी होता है और सात फेरे होता है | इस के पहले दूल्हा और दुल्हन के दुपट्टे बंधे गये जाते है | इस के बाद सिन्दूर और मंगलसूत्र का रिवाज होता है | फिर दूल्हा दुल्हन पति पत्नी बनकर माता पिता के आशीर्वाद लेते हैं |
Friday, 18 March 2011
शादी - सपना
भारत में शादियाँ धूम धाम से मनाया जाते हैं | हिन्दू शादियाँ और रिवाज बहुत अच्छे और अलग है | मुझे हिन्दू शादी बहुत पसंद है | मुझे हर रसम पसंद है | सब कुछ अच्छा है हिन्दू शादी के बारे में | हिन्दू शादी में बहुत मजा आता है | गुजराती शादी में तिन या चार दिन के घटनाओं होते हैं | पहले दिन में पीथी और संगीत का रसम होता है | संगीत में सिर्फ औरतों के लिए है लेकिन अब आदमी और औरत संगीत में जाते है | पीथी का रसम दूल्हा और दुल्हन के घर पर होता है | पीथी में हल्दी का लेप दूल्हा और दुल्हन पर लगाया जाता है | यह रसम शुभ माना जाता है और यह रसम सुन्दरता के लिए है | दुसरे दिन में मेहँदी की रसम होती है | दुल्हन और दुल्हन की रिश्तेदारों और सहेलियां एक साथ मिलकर यह रसम पूरे करते है | शादी दिन के पहले गणेश स्थापना और मंडवा मूरत होता है (हिंदी में मंडप महूरत) | गणेश स्थापना हिन्दू शादी की सब से महत्वपूर्ण रसम है | यह पूजा सौभाग्य और समृद्धि के लिए होता है | यह दिन के शाम में गरबा होती है | गरबा में दूल्हा और दुल्हन के रिश्तेदारों और दोस्तों शामिल होते हैं | गरबा में रास भी होता है और रास में सब डंडिया के साथ खेलते है | शादी के दिन शादी होता है और शादी के बाद शाम को रिसेप्शन होता है | शादी में बहुत कुछ करना पड़ता है | पहले दूल्हा और दुल्हन वरमाला एक दुसरे को पहनते है | फिर दुल्हन के पापा उस का कन्यादान करते हैं | फिर हवं होता है | शादी में सप्तपदी होता है और सात फेरे होता है | इस के पहले दूल्हा और दुल्हन के दुपट्टे बंधे गये जाते है | इस के बाद सिन्दूर और मंगलसूत्र का रिवाज होता है | फिर दूल्हा दुल्हन पति पत्नी बनकर माता पिता के आशीर्वाद लेते हैं |
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