Monday 25 October 2010

Vidhi ka sabse accha din

मेरे ज़िन्दगी का सबसे अच्छा दिन अगले साल हुआ था. जब मे उनिवेर्सित्य ऑफ़ मिचिगन आई थी, मुझे नहीं मालूम था की में क्या पड़ना चाहती थी. मुझे सिर्फ मालूम था की मुझे एक दिन वकील बनना चाहती थी. मुझे बादमे पता चला की मिचिगन का फोर्ड स्कूल बहुत मशुर है, लेकिन अगर मैं फोर्ड स्कूल मे पड़ना चाहती थी, मुझे अपपल्य करना पड़ता. मैंने अपपल्य किया, लेकिन मुझे बहुत फिक्र थी कि थी वोह मुझे नहीं कहने वाले थे. 

अगले साल, सत. पत्रिच्क के दिन पर, मे और अपने दोस्तों, सब बहार गए थे. उस दिन एँन अर्बोर मे बहुत रोनक था क्यों कि सब को कोई एक्साम नहीं थे. मेरे दोस्त नाल ने मुझे बताया था कि पिछले साल, उसको इसी दिन पर पता लगा कि उसको फोर्ड स्कूल मे अद्मिस्सिओन मिला था. यह जानकार, मे काफी डरी थी कि मुझे भी इस दिन पता चलता अगर मुझे अद्मिसिओं मिला. मे दिन बार अपना ईमेल देखती रही. चार बजे के करीब, मे और मेरे दोस्त चर्लिएस मे थे. मेने अपना फ़ोन खोला और ईमेल मे देखा कि मे फोर्ड स्कूल मे एक्सेप्ट हो गयी थी. रेस्तौरांत के अन्दर ही में उछलना लगी. मे बहुत खुश थी. मेरे दोस्त भी मेरे लिए बहुत खुश थे.

यह दिन सिर्फ इस लिए सबसे अच्छा दिन नहीं था. मुझे उस दिन भी पता चला कि मुझे एक इन्तेर्न्शिप मिला. यह इन्तेर्न्शिप वाशिन्ग्तों डी.सी. मे था और मे इस के लिए भी काफी वक़्त से इंतज़ार कर रही थी. सैंट पत्रिच्क्स के दिन पर मुझे बहुत कुछ हुआ था जो मेरे लिए बहुत अच्छा था. इस लिए यह मेरा सबसे अच्छा दिन था. 

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