Tuesday 26 October 2010

मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन

मेरी निदगी का सबसे ख़ुशी का दिन तब था, जब मैं अपने परिवार के साथ क्रिसमस की छुट्टियो में अरुबा घुमने के लिए गया था. मैंने इस समय यूनिवर्सिटी ओफ मिशिगन में ये पहला ही समेस्टर पूरा किया था. मैं अपने होटल के कमरे में बैठा था, और अपने ग्रेड्स के पोस्ट होने की वेट कुर रहा था. अगले दिन सुबह, मेरे माता और पिता ने मेरे लिए और मेरे बड़े भाई के लिए गरम नाश्ता बनाया था. मैं और मेरा भाई अंकुर नाश्ता करके, दरिया किनारे रेत के ऊपर फ्रिस्बी खेलने के लिए चले गए और मेरे माता और पिता वोक चलने गये. फिर करीब लंच के समय हम सुब होटल के कमरे में इकठ्टे हुए, उस समय मेरे भाई अंकुर ने अपना लेप टॉप कंप्यूटर चालू किया, क्योकि वो भी अपने कलास के ग्रेड की वेट कुर रहा था, उसके कोई टीचरस ने अभी तक ग्रेड्स पोस्ट नही किए थे, अब मेरी बरी थी ग्रेड्स चेक करने की, और मैं बहुत घबरा रहा था, मैं कंप्यूटर लिया और चेक कुर ही डाला, और मेरे सभी कलास में अ ग्रेड्स आए थे, मैं बहुत बहुत खुश हो गया, मेरी सारी मेहनत सफल हो गया. मैं बहुत पदाई करता था, सभी कलासो के लिए, और मुझे सबमे अ ग्रेड मिले थे, मुझे बहुत ही संतोष हुआ था. उस दिन मेरे भाई अंकुर के भी सारे ग्रेड्स पोस्ट गो गए थे, और उसको भी सारे अ ग्रेड मिले थे. फिर हमारे माता पिता हमको बहुत अच्छे डिनर और आइसक्रीम के लिए अरुबा टापू पर ले गए थे. वह दिन बहुत ही अच्छा था और छुट्टिया भी.

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