Thursday, 28 October 2010
सब से अच्छा दिन
सब से अच्छा दिन में मैं हाई स्कूल विभाग करी क्यों की में हाई स्कूल छात्र नहीं थी, लेकिन मैं एक छात्र की यूनिवर्सिटी हूँ. ग्रदुअशन दिन मैं स्कूल नहीं गए पडी. सुबह में रेस्तौरांत पर मैं और मेरी माँ ब्रेअक्फ़स्त खाती थी. हम कॉलेज के बारे में बोली. शाम में माकोम्ब सेण्टर गए मेरे साथ मेरी माँ, मेरे पापा, और मेरा दोस्त. वहाँ मैं इनतेज़ार करी मेरे दोस्तों के लिए. वह दिन कई मेरे दोस्तों भी विभाग करे थे. सब लड़कियों सफ़ेद रोब्स पहननी और सब लड़के नीला रोब्स पहनने. वहां हमारे परिवारों थे. ग्रदुअशन के बाद मैं और मेरा परिवार डिनर खाने. डिनर के बाद मैं "सीनयर अल नईट पार्टी" जाती थी. वहां हम विडीयो गेम्स खेलने. वहां एक ओब्स्ताकल कोर्ज़ भी था. भर रात हम गेम्स खेलने. पांच बजे सुबह में एक रफल था. रफल के बाद मैं ने घर जाकर बिस्तर सोनी. वह सब से अच्छा दिन था.
Tuesday, 26 October 2010
मुझ को खुशी थी
मेरा "सबसे ख़ुशी का दिन" के बारे में बताना बहुत मुश्किल है क्योंकि मेरे पास कोई ख़ुशी का दिन थे। इन में से एक दिन मैंने अपने बेटे को जन्म दिया। वह दिन २२ जुलाई २००३ था। वह सुबह में था, आत बजे था। मैं हैरान थी क्योंकि मुझ को मालूम नहीं थी कि वह एक लड़का था। मैं सोच रही थी कि मैं एक लड़की को जन्म दूंगी। तो जब मैंने देखा एक मोटा लड़का शिशु मैं बहुत जोश में थी। मैं एक लड़का के लिए तैयार नहीं थी लेकिन फिरभी मुझ को बहुत कुशी थी। मुझ को यद् है कि मैंने पहेले चीज़ देखी वह था उस के काले बाल। उस के सिर पर बहुत बाल था। मैं बहुत खुश थी लेकिन मैं बहुत दर्द में थी क्यों कि मेरा c-section हुआ था। मुझे ठीक होने में बहुत समय लगा।
मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन
मेरी निदगी का सबसे ख़ुशी का दिन तब था, जब मैं अपने परिवार के साथ क्रिसमस की छुट्टियो में अरुबा घुमने के लिए गया था. मैंने इस समय यूनिवर्सिटी ओफ मिशिगन में ये पहला ही समेस्टर पूरा किया था. मैं अपने होटल के कमरे में बैठा था, और अपने ग्रेड्स के पोस्ट होने की वेट कुर रहा था. अगले दिन सुबह, मेरे माता और पिता ने मेरे लिए और मेरे बड़े भाई के लिए गरम नाश्ता बनाया था. मैं और मेरा भाई अंकुर नाश्ता करके, दरिया किनारे रेत के ऊपर फ्रिस्बी खेलने के लिए चले गए और मेरे माता और पिता वोक चलने गये. फिर करीब लंच के समय हम सुब होटल के कमरे में इकठ्टे हुए, उस समय मेरे भाई अंकुर ने अपना लेप टॉप कंप्यूटर चालू किया, क्योकि वो भी अपने कलास के ग्रेड की वेट कुर रहा था, उसके कोई टीचरस ने अभी तक ग्रेड्स पोस्ट नही किए थे, अब मेरी बरी थी ग्रेड्स चेक करने की, और मैं बहुत घबरा रहा था, मैं कंप्यूटर लिया और चेक कुर ही डाला, और मेरे सभी कलास में अ ग्रेड्स आए थे, मैं बहुत बहुत खुश हो गया, मेरी सारी मेहनत सफल हो गया. मैं बहुत पदाई करता था, सभी कलासो के लिए, और मुझे सबमे अ ग्रेड मिले थे, मुझे बहुत ही संतोष हुआ था. उस दिन मेरे भाई अंकुर के भी सारे ग्रेड्स पोस्ट गो गए थे, और उसको भी सारे अ ग्रेड मिले थे. फिर हमारे माता पिता हमको बहुत अच्छे डिनर और आइसक्रीम के लिए अरुबा टापू पर ले गए थे. वह दिन बहुत ही अच्छा था और छुट्टिया भी.
Monday, 25 October 2010
सबसे अच्छा दिन
मेरी सबसे अच्छा दिन एक कास था. इस का दिन एक थान्क्स्गिविंग दिन था. इस थान्क्स्गिविंग मेरी जन्म दिन भी था. मेरी परिवार फूत्बल्ल गेम देखा. इस का गेम मेरी सबसे पसंद था. मेरी परिवार खाना बनाया और एक बरी केक लाया. मेरी सबसे दोस्तों घर पर आया और हम बहुत अच्छा खाना खाया. खाना काया के बाद मै प्रेसेन्ट्स खोला. मै बहुत अच्छा प्रेसेन्ट्स था. मेरी प्रेसेन्ट्स बहुत सुंदर कपरे था. प्रेसेन्ट्स खोला के बाद मेरी परिवार और सबसे दोस्तों ठेअतरे गया. हर थान्क्स्गिविंग दिन में हम फिल्म देख जाना. इस का साल मेरी परिवार और दोस्तों जमेस बोंड फिल्म देखा. इस का दिन मेरी सबसे अच्छा दिन क्यों कि मै परिवार और दोस्तों के पास था. अगर मेरी परिवार और दोस्तों वहा नहीं था फिर इस का दिन मेरी सबसे अच्छा दिन नहीं था.
मेरे ज़िन्दगी का सबसे जुशी का दिन
मेरे ज़िन्दगी का सबसे कुशी का दिन था जब मझे यूनिवर्सिटी में दाखिला मिला। जब मैं हाई स्कूल में था, मेरे ग्रेड्स इतने अच्छे नहीं थे। जब मेरे हाई स्कूल का आखरी साल आया, मैंने बहुत महनत की और मेरे ग्रेड्स अच्छे आने लगे। जब मैंने यूनिवर्सिटी के लिए अप्प्लाय किया, मुझे नहीं लगता था के मुझे दाखिला मिलेगा। लेकिन जब मुझे यूनिवर्सिटी से दाखिला का खत आया, मुझे बहुत ख़ुशी हुई। मैंने बहुत महनत की और आखिर मुझे यूनिवर्सिटी मैं दाखिला मिल गया। क्योंकि मुझे यूनिवर्सिटी मैं दाखिला मिला, मेरा पूरा परिवार भी बहुत खुश हुआ। उसके बाद मुझे ऐसा लगा के मैंने पहली बार कुछ महनत करके पाया है।
लिया का सबसे अच्छा दिन
एक दिन इस पिछले गर्मी, मैं ने सोचा कि एक भेड़िया देखा। मैं सुन्दर जंगल में थी। मैं भी अकेला थी। मैं तो बस चल रही थी और गुइतर बजा रही थी जब मैं ने अजीब आवाज सुना । मैं ने सोचा कि बच्चे रो रहे थे लेकिन मैं गलत थी। अचानक एक सुन्दर पशु जंगल से बाहर आया । मैं इतना डर गया था। मैंने सीचा कि यह मुद्गे खाना चाहते थे। मैं ने कहा " हे भगवान" । तब मैं ने चला शुरू किया । मैं अपने दिसत को वापस चला गया और उन्हें इसके बारे में बताया । उनहोंने कहा " मून पागल हो ! " "क्यों चला था ? " मैंने कि मैं डर गया था। यह सबसे अच्छा दिन था क्योकि मैं सबसे खूबसूरत जानवर देखा ।
मेरा सबसे अच्छा दिन
मेरा सबसे अच्छा दिन चुत्तियन में है। बह दिन सर्दी में है। में भारत में थी। यह दिन नए साल संध्या था. मैं सुबह में उठती थी। मेरी नानी मेरे लिए नाश्ता पकाती थी। फिर मैं दीदी के साथ दुकानों में जाती थीं। दीदी का नाम अम्बा है. हम को अच्छे कपड़े खरीदना चाहिए। फिर हम पिज्जा खानी थीं। हम एक बहुत खा लिया। हम घर को औतोरिक्शा ले लिया। हम दीदी की सहेली का घर जाती थीं। सहेली का नाम पराविता है. मैं घर में कुत्ता खेलती थी। हम ज्यादा खाना खाया। फिर हम कपड़े पहनती थीं। दो घंटे के बाद हम पराविता का दोस्त का घर को चाल गया। घर में बहुत लोग था। सब लोग मेरी दीदी के दोस्त थे। पार्टी में बहुत खाना और पेय है। हम बहुत खाना और पेय कहानी थीं। यह बहुत मज़ा था।
क्रिस्टल का सबसे अच्छा दिन
मेरा जीवन का सबसे सुख दिन था जब मैं मेरी कुत्ती को मिली | बचपन से, जब मैं तीन-चार साल की थी, मैं अपने माता-पिटा से कुत्ता के लिए विनती थी | हमेशा नहीं कहते थे | जब मैं छोटी थी, मेरी दो अच्छी सहेली के पास कुत्ते थे | उनके साथ खेलने मुझे बहुत पसंद था | माता-पिता हमेशा कह रहे थे की कुत्ता एक और बच्चा जैसा है, और उनके पास वक्त नहीं था |
जब मैं तेरह साल होगी, मेरी बहुत अच्छी सहेली सोफिया का परिवार मूव हो रहे थे | उसके स्कूल की आखरी दिन था | मैं शायद ही कभी रोती हूँ, लेकिन जब मैं घर आई, मेरे कमरे में रोने लगी| मेरा पिता अन्दर आया और कहा, "मैं जानती हूँ कि तुम बहुत उदास हो, लेकिन तुम्हारे लिए कुछ है मेरे पास|" उसने दरवाज़ा खोला और एक छोटी, सफ़ेद कुत्ती मेरे कमरे में आई | मैं एकदम हैरान और खुश हो गयी और उसके साथ खेली| उसका नाम जेसी है और अब पांच वर्ष कि है|
Vidhi ka sabse accha din
मेरे ज़िन्दगी का सबसे अच्छा दिन अगले साल हुआ था. जब मे उनिवेर्सित्य ऑफ़ मिचिगन आई थी, मुझे नहीं मालूम था की में क्या पड़ना चाहती थी. मुझे सिर्फ मालूम था की मुझे एक दिन वकील बनना चाहती थी. मुझे बादमे पता चला की मिचिगन का फोर्ड स्कूल बहुत मशुर है, लेकिन अगर मैं फोर्ड स्कूल मे पड़ना चाहती थी, मुझे अपपल्य करना पड़ता. मैंने अपपल्य किया, लेकिन मुझे बहुत फिक्र थी कि थी वोह मुझे नहीं कहने वाले थे.
अगले साल, सत. पत्रिच्क के दिन पर, मे और अपने दोस्तों, सब बहार गए थे. उस दिन एँन अर्बोर मे बहुत रोनक था क्यों कि सब को कोई एक्साम नहीं थे. मेरे दोस्त नाल ने मुझे बताया था कि पिछले साल, उसको इसी दिन पर पता लगा कि उसको फोर्ड स्कूल मे अद्मिस्सिओन मिला था. यह जानकार, मे काफी डरी थी कि मुझे भी इस दिन पता चलता अगर मुझे अद्मिसिओं मिला. मे दिन बार अपना ईमेल देखती रही. चार बजे के करीब, मे और मेरे दोस्त चर्लिएस मे थे. मेने अपना फ़ोन खोला और ईमेल मे देखा कि मे फोर्ड स्कूल मे एक्सेप्ट हो गयी थी. रेस्तौरांत के अन्दर ही में उछलना लगी. मे बहुत खुश थी. मेरे दोस्त भी मेरे लिए बहुत खुश थे.
यह दिन सिर्फ इस लिए सबसे अच्छा दिन नहीं था. मुझे उस दिन भी पता चला कि मुझे एक इन्तेर्न्शिप मिला. यह इन्तेर्न्शिप वाशिन्ग्तों डी.सी. मे था और मे इस के लिए भी काफी वक़्त से इंतज़ार कर रही थी. सैंट पत्रिच्क्स के दिन पर मुझे बहुत कुछ हुआ था जो मेरे लिए बहुत अच्छा था. इस लिए यह मेरा सबसे अच्छा दिन था.
मेरा सबसे अच्छा दिन का शुरू
एक छोटे मिबंध में मेरे दिन सब से अच्छे का वर्णन करना असंभव है| तो मैं अपने दिन के शुरू का वर्णन करूँगी| तभी मैं मुंबई में रह रही थी| उस दिन मैं माहिम में डॉक्टर साधना नायक से मिलना था| मैं जल्दी उठकर ट्रेन स्टेशन बस से गई| मुझे बहुत गर्मी लग रही थी (सब लोग की तरह) और सबार घंटा भर लगा| उस हफ्ते के पहले जब पहला बार डॉक्टर नायक से मिला तब उसका इमारत में मुझ को एक नौकर मिली| उस दिन दुबारा मुझे नौकर मिली, लेकिन इस बार ट्रेन पर एक दूसरे को मिली| हम साथ-साथ एक ही माहिम स्टेशन पर उतरे| स्टेशन से डॉक्टर नायक का दफ़्तर पैदल जाना आधा घंटा लगता था| मैं और नौकर एक ही दफ़्तर में जा रही थीं, तो हम साथ-साथ चलीं| हम बात करना का कोशिश किया लेकिन उसको अँग्रेज़ी नहीं आती थी और मैं तब भी हिन्दी अच्छी तरह नहीं बोल सकती थी| हमने काफ़ी देर चलने के बाद आराम किया| औरत ने मेरे लिए और अपने लिए गन्ने का जूस खरीदा| हम जूस ख़त्म करके दुबारा दफ़्तर की तरफ रवाना हो गई| मुझे उसका उदारता के कारण बहुत कृीताग्या लग रहा था| लेकिन मैं वहाँ बहुत जल्दी पहुँच गई तो औरत ने मुझको बताई कि समुद्र के किनारे जाने का रास्ता किधर है| मैं उसको बहुत बहुत धन्यवाद देकर समुद्र के किनारे बैठ गई| मेरी मीटिंग शुरू होने तक मैंने पत्थर पर बैठकर सीलिंक का पुल देखा| उस दिन की सुबह सब से अच्छी सुबह था| उसके बाद मैं अपने दिन के लिए तैयार थी|
मेरा सबसे अच्छा दिन
मेरा सबसे अच्छा दिन इस गर्मी की छुतियों में थी . मैं स्प्रिंग टर्म के लिए एन आर्बोर में था . मेरा अंतिम परीक्षा था, और फिर मेरी माता जी मुझे कहा कि वह मेरे लिए टिकेट खरीदी कैलिफोर्निया जाने के लिए . मैं बहुत खुश था . मुझे कैलिफोर्निया जाने के लिए तैयार था लेकिन मेरे माता पिता सोचता था कि मुझे वहां जाना चाहिए या नहीं . लेकिन मेरे माता पिता मुझे आश्चर्य दी क्यों कि मैं मेरी संबंधी के साथ जाना था. मैं चार हफ्ते के लिए रहा और बहुत मज़ा की . जब मुझे यह पता की मैं कैलिफोर्निया जाना है, तब मैं जोश से मेरी दोस्त ने कहा . मेरा दोस्त बहुत कुश था क्यों कि मैं उसको कहता था कि मुझे कुछ करना है, गर्मी कि छुतियों में . जब मैं कैलिफोर्निया पहुंचा, तब मैं समुद्र तट पर गया और बहुत मज़ा किया . मेरी सबसे ख़ुशी कि दिन वोह था जब मैं कैलिफोर्निया गया !
Sunday, 24 October 2010
मेरी जीवन की सब्सी खुश दिन
मेरी जीवन की सब्सी खुश दिन डेड साल पहला था। मैं काम पर थी और वहां एक फ़ोन कॉल मिली लेकिन मैं व्यस्त थी और अन्स्वेर नहीं किया। काम के बाद, मैंने वोइसमैल सुनी और अच्छी बात मिली। मैं एक पुरस्कार मिला! इतनी ख़ुशी थी! पुरस्कार का नाम "रुदेन्तिअल स्पिरिट ऑफ़ कम्युनिटी अवार्ड" था। मैंने मिलगई क्यूँ की मेरे पास एक नोंप्रोफिट है। उस का नाम "डांस टू एम्पोवेर स्त्रोंगेर हेल्थ्कैर (देश)" है। हम बहुत सारे काम करते हैं, गरीब लोगों के लिए। पिछले दो साल, हम सात हज़ार दोल्लार्स मिलगया, हेअल्थ्कारे के लिए। कोल्कता में, एक अस्पिताल है और वहां हमारा पैसा के साथ तीन/चार सुर्गेरी हुआ।
इस लिए, मैं इस पुरस्कार मिलगया। अवार्ड के साथ, मैं एक हज़ार डाल्लार्स मिला और चार दिन के लिए वाशिंगतों दी सी गया। वहां, मैं बहुत सारे मशहूर लोग मिले। लौरा बुश आई और बहुत सारे गवर्नमेंट लोग भी आये। मैं और उनचास विन्नेर्स थे। हम लोग बिलकुल रजा रानी के तरह थे। यह दिनों मेरे जीवन के सबसे खुसे थे। बहुत सारे चीज़े मिला और नए नए दोस्तों भी मिले। बहुत अच्चा था.k
इस लिए, मैं इस पुरस्कार मिलगया। अवार्ड के साथ, मैं एक हज़ार डाल्लार्स मिला और चार दिन के लिए वाशिंगतों दी सी गया। वहां, मैं बहुत सारे मशहूर लोग मिले। लौरा बुश आई और बहुत सारे गवर्नमेंट लोग भी आये। मैं और उनचास विन्नेर्स थे। हम लोग बिलकुल रजा रानी के तरह थे। यह दिनों मेरे जीवन के सबसे खुसे थे। बहुत सारे चीज़े मिला और नए नए दोस्तों भी मिले। बहुत अच्चा था.k
मेरी ज़िन्दगी का सबसे अच्छा दिन
में बचपन से बहुत से खेल खेलता हूँ और मुझे खेलों में आगे बढ़ने का हमेशा से शौक था | मेंने छोटे होते हुए क्रिकेट, फूटबाल और गोल्फ खेला है | परन्तु जब से में १४ साल का हुआ हूँ मैंने सारे खेल छोड़कर सिर्फ गोल्फ पे अपना ध्यान लगाया है | मुझे यह खेल खेलके बहुत आनंद आता है और में ये खेल पूरा दिन बिना तंग आये खेल सकता हूँ | में हर दिन शाम को यह खेल खेलने जाता था और खूब अभ्यास करता था | मनेरी इस्सी म्हणत करके में इस खेल में बहुत आगे बढ़ना शुरू हुआ और बहुत जल्द ही भारत की तरफ से खलेने लगा | जब भी में टीवी पर बड़े बड़े गोल्फेरों को खेलते देखता और फिर सोचता की उन्हें इतना अच खेलके कितना मज़ा आता होगा | उससे मुझे और अभ्यास करने की आग मिली और में और भी ज्यादा खेलने लगा | इतने साल बहुत अभ्यास करने के बाद मेरे ज़िन्दगी का सबसे अच दिन आचानक ही आगया | १७ साल की उम्र तक मैंने भारत की तरफ से १७ बार खेला हुआ था और अभ में एक पूरी दुनिया का जूनियर वर्ल्ड कप खेलने ब्राज़ील गया | ये मैच तीन दिन का था और दो दिन के बाद में तीसरे स्थान पर था | में तोह दो दिन के बाद ही तीएसरे स्थान पर इतना खुश था की मुझे आगे बढ़ने की इतनी इच्छा भी नै थी | तीसरइ दिन खेर मैंने खेला और सिर्फ तीसरे स्थान पर आने के लिए जी जान की म्हणत लगा दी | बहुत कुछ करते कराते में अंत में जाकर पहले स्थान पर आया | सबसे पहले तोह मुझे यकीन ही नहीं हुआ क्यूंकि में तोह सिर्फ खेलने पर ही इतना खुश था और फिर तीसरे स्थान भी मेरे लिए बहुत ज्यादा अच था | तभी जब मैंने फिर पहले नंबर पर ख़तम किया तोह मुझमें इतनी ख़ुशी थी की वोह दिन आज तक मेरे जिंदिगी का सभसे यादगार दिन है |
मेरा सबसे मनपसंद दिन
मेरा सबसे मनपसंद दिन इस गर्मी की छुतियों में थी। उस दिन में और मेरे पितः सिन्सिन्नती गए थे। हम गए क्यों की वहां एक टेनिस टूर्नामेंट थी। हमारे पास सेमी फिनाल्स और फिनाल्स की तिच्केट्स थी। मेरा मनपसंद टेनिस किलाड़ी रोगेर फेदेरेर है। फेदेरेर से बढकर कोई नहीं है। वह बहुत अच्छा खिलाडी है। पहला दिन मैं और मेरे पितः उसका मैच देखा। फेदेरेर जीता। उस रात हमने फेदेरेर दूर से देखा। मैं बहुत कुश था। मैंने उसकी तस्वीर खींची। फिर हम होटल जाकर सोए। सुबह में मैं और मेरे पितः स्तादियम पर आ गए। और फिर अचानक मैंने रोगेर फेदेरेर को देखा। वह मेरे करीब था। मेरे हाथ में एक गेंद था, और मैंने फेदेरेर को पुकारा। वह मेरे पास आया और मेरेगेंद को सिग्न किया। मैंने उससे पुचा "आप कैसे हैं?" उसने बोला की " मैं ठीक हूँ" हे भगवन! मैं अपना सबसे मनपसंद आदमी मिला था। शाम में, फेदेरेर उसका मैच जीता। वह टूर्नामेंट जीत गए। यह मेरा सबसे मनपसंद दिन था।
मेरा सब से आचा दिन
मेरा सब से आचा दिन मेरी बेहें की जनम दिन था। असका जनम दिन ०९ नवम्बर १९९१ था। असका नाम मेरी माँ नि चुनना, असका नाम बानी जैन है। असका जनम एन अर्बोर मिचिगन में था। बानी मेरी सिर्फ भाई बहेन है। इस दिन बहुत आचा था। जब में मेरी बेहन की इंतिजार कर रहा ठाट, में मेरी दाद्दीजी की सात गुज़ारा। मेरी बेहेन की जनम दिन में, मै ८ साल की थी। मै बहुत संदिस मेरी बेहेन की आने केलिए। में बहुत चाहता था की मेरी माँ और पापा एय बच्चा बनाया।
या दिन बहुत आचा और विश्वास था। मेरी बेहेन बहुत आचा और स्मार्ट है।
या दिन बहुत आचा और विश्वास था। मेरी बेहेन बहुत आचा और स्मार्ट है।
मेरा सबसे अच्छा दिन
जब मैं छोटा था. तब मेरा नौवी जन्मदिन पर मैं और मेरे दोस्त फिल्म देखने गए. फिल्म के पहले, मेरी माँ ने हम सब के लिए बहुत सारा खाना बनवाया. कई तरह के संद्विच थे, कई तरह के समोसे, और एके बड़ा सा केक. केक के उपर अक सुंदर डिजाईन थी. यह डिजाईन गाड़ी की थी.यह कोई साधारण गाड़ी नहीं थी, यह नास्कार गाड़ी थी. इस तरह की गाड़ी बहुत तेज़ चलती है. खाने के समय हम सब बहुत खेल रहे थे. जन्मदिन के लिए मुझे विडियो गेम मिला था. मैं और मेरे दोस्त विडियो गेम खेल रहे थे. खाने के बाद हम फिल्म देखने के लिए गए. यह फिल्म हसने वाला फिल्म था. हम सब को बहुत मजा आया. हम सब पोपकोर्न भी खाए. सुब लोग को बहुत मजा आया. फिल्म के बाद हम वापुस घर आये. बार बजे मैं सुब लोग के उपहार खोला. मुझे बहुत ख़ुशी आई. इसके बाद हम सुब सो गए. अगले दिन सुबह में मैं और मेरे दोस्त मैंदान में फूटबाल खेलने के लिए गए. मैं बहुत अच्छा खेला. खेलने के बाद हम सब वापुस घर आये. हम भोजन के लिए पिज्जा खाए. फिर सब दोस्त के माता पिता आये, और सुब लोग घर गए. यह मेरा सबसे अच्छा दिन था.
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन तिन साल पहले था | तिन साल पहले मैं सोलह साल का था | उस साल मेरे जनम दिन के लिए मेरे माँ और पिताजी ने मुझे एक गाड़ी दी | २००७ में मुझे एक २००८ साल कि गाड़ी मिली | यह दिन बहुत अच्छा था | मैं बहुत खुश थी | मुझे एक फोर्ड फुज़न मिला | इस गाड़ी का रंग काला है | मुझे यह गाड़ी बहुत पसंद है | मैं इस गाड़ी को रोज चलाती थी क्यों कि सुबह में मैं स्कूल जाती थी | वह दिन और भी अच्छा था क्यों कि उस समय नवरात्रि थी और मुझे गरबा रास बहुत पसंद है | मेरे सभी दोस्तों गरबा में जाते थे और बहुत मजा आता था | और उस दिन मेरे सहेलियां और दोस्तों सब आये गरबा में | मैं और मेरे परिवार ने बहुत अच्छा खाना खाया |
मेरा सबसे अच्छा दिन
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन मैं अौर मेरा भाई डिटरायट में एमिनेम का कांसर्ट में गाये। इस दिन मेरा सबसे अच्छा दिन है क्यों कि मैं एमिनेम का सबसे बडा प्रशंसक हूँ। जब मैं सिर्फ नौ साल का था, मैं ने उनका एक एलबम खरीदा। खरीदने के बाद, मुज्ञे उनके गाने से प्य़ार हो गया। एमिनेम मेरा मनपसंद गानेवाला हैं अौर बह एलबम मेरा मनपसंद एलबम है। मुझे एमिनेम बहुत पसंद हैं क्यों कि वे डिटरायट से हैं अौर उनका गाना उनकी परिवार अौर उन का जीवन के बारे में हैं। लेकिन कांसर्ट में सिर्फ एमिनेम नहीं थे। एमिनेम एक बड़ी कहावत हैं लेकिन एक दुसरी कहावत अाईं। जै-ज़ी कांसर्ट में अाये अौर कुछ अौर गानेवाले अाये। एक नया ड्रैक, डी १२, अौर ज़्यादा गानेवाले अाये। वे लोग बहुत गाने गाये। मुझे रैप गाने पसंद हैं अौर सि लिए वह दिन बहुत मज़ेदार था। मैं ने भी एक कमीज़ खरीदी, लेकिन वह बहुत महंगी थी। मैं पूरा कांसर्ट गाता था अौर मेरी अावाज़ गई। कांसर्ट के बाद मेरी छाती अौर मेरा फेफड़ा में दर्द थे।
मेरा मनपसंद एलबम
एमिनेम अौर जै-ज़ी
अनिशा का सबसे अच्छा दिन...
मेरा सबसे अच्छा दिन हुआ था जब मै बहुत छोटी लडकी थी. उस दिन मेरी छोटी भहन पैदा हुई थी. इस वक्त मै सिर्फ दो-तीन साल की थी. उस दिन मेरे पापा और माँ अस्पताल में थे. मै एक दोस्त के घर पर थी. मेरी बहन कि पैदा होने के बाद, मेरे पापा मुझे लेने आए. फिर हम अस्पताल गए. मेने पहेली बार मेरी छोटी बहन को देखा. मुझे यह बहुत अच्छी लगी. वह बहुत छोटी थी. मेने सोचा कि वह कुछ नहीं करती. फिर मै और पापा घर गए सोने के लिए. मेरी माँ औउर छोटे बहन अस्पताल में रहे. मै और पापा हर दिन अस्पताल जाते थे, उन से मिलने. तीन-चार दिन के बाद, वे घर आए. मेरा सबसे मनपसन्द चीज़ थी मेरी छोटी बहन को गोद में पकड़ना.
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन दो साल पहले थे, १३ जुलाई २००८ पर। जब मैं पांच साल की थी, तब मैं भारत नाटयम क्लास शुरू की। तेरह साल के लिए मैं ने भारत नाट्यम सीखा। २००८ में मैं ने अपने अरंगेत्रम की। यह दिन पर मैं बहुत ख़ुशी थी। मैं ने कितने सरे अभ्यास किये थे एक दिन के लिए। मेरा परिवार भारत से आया था मुझे देखने के लिए। अरंगेत्रम में मैं दो घंटे के लिए अकेली नाची। अरंगेत्रम के बाद मैं बहुत तक गयी थी लेकिन बहुत ख़ुशी थी। भारत नाट्यम एक बहुत मुश्किल स्टाइल है। मेरे माता-पिता भी बहुत खुश थे। कितने सालों के लिए वे मुझे क्लास को लेते थे और सरे शोस देखते थे। मैं बहुत ख़ुशी हूँ जब मैं नाचती हूँ और मेरा अरंगेत्रक का दिन सिर्फ मेरा दिन था। अरंगेत्रक के बाद मेरा हाई स्कूल ग्रदुअतिओन पार्टी थी। यह बहुत मज़ेदार थी। कितने सरे लोग आये थे। मैं और मेरी सहेलियां पार्टी में नाची। पार्टी में बहुत अच्छा खाना था, अशोका रेस्तौरांत से। पार्टी के बाद मेरे दोस्त मेरे घर को आये और हम पूरी रात नहीं सोयी।
Saturday, 23 October 2010
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन पांच साल पेले था। मैं हिंदूसतान में था,मेरे मामा का घर में। मेरा सुबसे बड़ा चचेरा भाई का लगं था इसलिए मैं भारत में गया। घर में बहूत लोग था. सुबह में, मैं ने छह बजे उटकर, नाश्ता खा लिया। नाशता के बाद, मैं तेयार हो गया। मैं एक सबसे अचछा कुर्ता पहना था। इसका रंग सफेद और पीले था। दो बाजे, मेरा परिवार शादि का हॉल में गाये। यह मैं पहली बार अपनी भावी भाभी को देखा। यह बहूत सूंदर लगता था। उसका साड़ई भी बहूत सूंदर या। मेरा परिवार मेरी भाभी का परीवार मिला। इसके बाद, शागि शूरू किया। शादी खूबसूरत था. शादी के बाद, हम रात का खाना खा लिया. खाना बहूत अचछा था। खाने खाकर हम पूरी रात नृत्य किया.मैं अपने परिवार के साथ एक महान समय था. मैं भारतीय शादियों से प्यार है। यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन था।
मेरा जीवन का एक ख़ुशी का दिन प्रियंग बक्षी
सबके जीवन में ख़ुशी और दुःख के दिन होते है। मेरा इस साल का जनम दिन मेरे लिए एक बहुत ख़ुशी का दिन था। मेरा जनम दिन ग्यारह अप्रैल को है। इस साल मेरे मित्रों ने मेरे लिए एक पार्टी का प्रभंद किया था। मेरा सबसे मनपसंद फल आम है इसलिए उन्होंने मेरे लिए एक आम की केक खरीदी। उन्होंने मेरे लिए आम की जेली भी बनाने की कोशिश की। । वे जानते है की में शराब नहीं पीता हूँ इसलिए उन्होंने शराब का इस्तेमाल नहीं किया था। मेरे मित्रों ने मेरा अपार्टमेंट भी सजाया था। उस दिन हमने दायग पर होली भी खेली थी। दो दिन पहेले मेरे मित्र अंकित का जनाम दिन था। इसलिए हम सब दो जनम दिन मानाने के लिए 'लसेर टेग' खेलने गए और कैलिफोर्निया पिजा रोसोई घर पर खाने के लिए भी गए। अंकित और मैं हर साल हमारा जनम दिन 'लासेर टेग' और पिजा से मानते है। रात को मेरी माँ और मेरा बड़ा भाई मेरे लिए तोफ़े लेकर आये और खाने के लिए मुझे 'गरीजली पीक' ले गए। मैं इस जन्मे दिन से बहुत संतोष हूँ और सबको कहता हूँ की वह मेरे जीवन का एक बहुत ख़ुशी का दिन है।
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन
मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन छह साल पहले की बाह था. मेरा पूरा परिवार भारात में था. हम अमृतसर में मेरे बड़ऐ पापा के साथ ठहरे. मेरी बड़ई बहन शादी कर रही थी. मुस्कुराकर सुबह को मै उठाई. घर बहुत लोग और शोर भरा. मेरा माँ साड़ई पहननी मुझे मदद की. समारोह बहुत सुन्दर और रंगीन था लेकिन काफी लंबा था. हम ने बाद में दोपहर का खाना खाये. मेरा परिवार ने एक साथ बैठकर पुरानी कहानियाँ बहायी. तो हम लोग थोड़आ सा सोए. जब मै ने उठाकर स्वागत के लिए तैयार की. जब मै ने ख़त्म करके अपनी बहन को देखा. वह बहुत सुन्दर लगती थी . मुझे उसकी लाल उज्जवल की साड़ई बहुत पसंद थी. राह को बाद में मै और दुसरी बहन ने एक नाच नाचा. रात का खाना बहुत अच्छा था. तो सब लोग नाचना लगे. मेरा भाई भी नाज रहा था. मै बहुत बहुत खुश थी.
Friday, 22 October 2010
मेरे जीवन का सबसे खुशी का दिन
मेरे जीवन का सबसे खुशी का दिन मेरी हाई स्कूल ग्रैजूऐशन है। मैं जून २००८ साल पर केस तेक्निकल हाई स्कूल से ग्रादुअते हुई। यह मेरे लिए एक बहुत ही रोमांचक दिन था क्योंकि उस दिन के लिए बहुत लम्बे समय तक इंतज़ार किया। यह दिन सूबा से ही सब कुछ बिल्कुल योजना की तरह जा रहा था। मैं ठीक सरे सात बजे उठा और नई-नई कपड़े पहने थी। उसके बाद माँ की आशीर्वाद लिया और पिता जी ने मुझे कोबो हॉल तक चोर दिया था। बहा सबी छात्रों को पहले पहुंचना जरुरी थी। ग्रैजूऐशन सेरमोनी देस बजे शुरू हुए थे और तब तक मेरे परिवार और कुछ विशेष अतिथि (मेरे एलेमेंतारी तेअचेर श्री पार्क) पहुंच गये थे। वे बहुत खुश और गर्व थी क्योंकि मैं उत्कृष्ट ग्रेड लाया करती थी। मेरे ग्रैजूऐशन चार घंटे थी और पूरे समय के लिए मैं मंच पर प्रिंसिपल और कई अन्य महत्वपूर्ण लोगों के बीच बैठी थी। मुझे एक भाषण भी देना पड़ा और सबी छात्रों के साथ हाथ मिलाना था। ग्रैजूऐशन खत्म होने के बाद, मैं और मेरे दोस्तों पार्टी की और पूरे दिन बहुत मज़ा लिया था।
Thursday, 21 October 2010
Wednesday, 20 October 2010
Wednesday, 6 October 2010
ऋषिकेश
मैं सोचती हूँ कि मेरा मनपसंद शहर ऋषिकेश है। इस गर्मी में मै भारत में बहुत ghumi। मैं दिल्ली, हरिदवर, ऋषिकेश, बनारस, पटना, आरा, सिलिगुरी, सिक्किम, दार्जीलिंग, पुणे, अलाहाबाद, मुंबई, और गोवा गयी लेकिन सबसे अच्छा शहर ऋषिकेश था। ऋषिकेश में दो पुल गंगा पर हैं। एक पुल का नाम लक्ष्मण झुला है और दूसरा पुल का नाम राम झुला है। ऋषिकेश में मैं लक्ष्मण झुला के पास थी। वहां गंगा बहुत बहुत सुन्दर है और "गंगा कैफे" में मैने काफ्फी पी और गंगा को देकी। गंगा के चारो ओर पहाड़ हैं। ये पहाड़ बहुत सुन्दर हैं। एक दिन मैं पहाड़ पर गयी। इस पहाड़ में एक जगह है जिसका नाम नीलकंठ है। वह शिव का मंदिर है। नीलकंठ लक्ष्मण झुला से बहुत दूर नहीं है लेकिन बहुत ऊचाई पर है। मुझ को नीलकंठ की यात्रा जीवन भर याद रहेगी। मुझे ऋषिकेश का एक रेस्त्रों भी याद रहेगा। उस का नाम "लकी रेस्तरो" था और वहां मैंने कई भर खाना खाया। वहां सब खाना बहुत अच्छा था, शायद उस जगह का खाना सब से अच्छा खाना है कि मैंने कहिभी खाया।
(इन तस्वीरों में लक्ष्मण झुला, मैं के किनारे, और ऋषिकेश के पहाड़ हैं।)
(इन तस्वीरों में लक्ष्मण झुला, मैं के किनारे, और ऋषिकेश के पहाड़ हैं।)
Monday, 4 October 2010
मेरा नाम लिंजऐ है.
नमस्ते, मेरा नाम लिंज़े है। मैं एक गरद स्टुडेंट हूँ और अभी मैं मेडिकल अन्थ्रोपोलोग्य भारत से पढ रही हूँ। दो साल अब से मैं भारत में रहूंगी, research के लिए। मैं भारत में दो साल के लिए रहूंगी लेकिन कहाँ मई नहीं जानती हूँ।
मेरा बेटा jaden है। उस की उम्र सैट साल है और उस को फुटबोल, शतरंज खोलना, और कुछ भी स्टार वार्स के बारे में पसंद है। मेरे पास एक कुत्ती है। उस का नाम gaia है। वह एक siberian हस्की है और उस की उम्र सैट साल भी है।
मेरा बेटा jaden है। उस की उम्र सैट साल है और उस को फुटबोल, शतरंज खोलना, और कुछ भी स्टार वार्स के बारे में पसंद है। मेरे पास एक कुत्ती है। उस का नाम gaia है। वह एक siberian हस्की है और उस की उम्र सैट साल भी है।
Sunday, 3 October 2010
उत्तरी मिचिगन सुन्दर है !
मुझे पेल्ल्स्तों मिचिगन शहर सबसे अच्छी लगती है
। मुझे पसंद है क्योकि वह बहुत जंगल और बहुत खेतों है । मुझे शहर कुछ लोगों के साथ और बहुत सुन्दर देश आच्छी लगती हूँ । पेल्ल्स्तों उत्तर में और वहा बहूत हिमपात मिलता है । याद आप सर्दियों में आया जब, बहुत गर्म कपड़े लाइए । साल के पांच महीने के लिए यह ठडा है । वे भेर और बकरियों के साथ कोई खतों हैं । जब मैं बड़ी हूँ, इन जानवरों चाहती हूँ क्योकि मुझे बकरी क दूध पीना और ऊन स्पिन पसंद है । लोगों से प्रक्रति अच्छा लगता है, उत्तरी मिचिगन महान जगह रहती है । वहां बहुत झील और बहुत पेड़ है । आपको बाहर भालू और भेड़ियों के लिए देखना चाहिए । सर्दियों कठिन है , लेकिन गर्मियों संदुर है । शिविर में कई महान स्थानों हैं । वे कई स्वादिष्ट जामुन खाते सकते हैं और बहुत स्वादिष्ट मछली पकड़ने सकते हैं.
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