Monday 22 March 2010

शादी की रसम

मेरी परिवार में बहुत अलग-अलग शादी की रसम है. हमारा परिवार में, महिलाओ सिर्फ गीत गाते है. शादी की हर दिन, और दिन का हर रसम, सब गाते है. मुझे गीत की समाज नहीं आता है, इसलिए में बहुत ऊब बनता हूँ. और सिर्फ महिलाओ गाते है, सब आदमियो एक दूसरी कमरे और बहार रहते है. जब समय आते है की वे कुछ करने की जरुरत है, तब जल्दी से करते है, और वापस बहार जाहते है. मुझे हमारी शादी की बहुत मालूम नहीं, लेकिन हम थोड़े आम रसम करते है. मंडप पर शादी हिन्दू शादी के साथ एक लगते है. शादी की दिन में दूल्हा और दुल्हन की रिश्तेदारों जूते की खेल खेलते है. इस पिछले ठण्ड की अवकाश, में और मेरी माँ मेरी मौसी की बेटी की शादी में गए, और में बहुत जागरूकता से सब देखा. हम ममेरू करते है, जब दुल्हन की माँ की भाइयो और अपने परिवारों आते है, और कुछ पूजा करते है. और में पहेली बार में संगीत संध्या और महेंदी रसम में गया. मेरी चचेरी बहन की शादी बहुत जल्दी से किया, क्योंकि बहुत आदमियों अमेरिका से आये थे, और हमारा अवकाश बहुत लम्बे नहीं है. में और मेरी माँ शादी की रसम के बाद घर गए, लेकिन मुझे लगता है की अगले दिन में दूल्हा ने छोड़ दिया था, और सब लोग बहुत रोये थे.

No comments:

Post a Comment