Monday, 26 October 2009

मेरी मनपसंद किताब

बचपन मे मुझ को किताबे पड़ने का बहुत शोक था। जब मै बड़ा हुआ मै कम किताबे पड़ने लगा। एक दिन मैने मेरा दोस्त नंदीश को एक किताब पड़ता देखा। मैने इस किताब के बारे मे कुछ सवाल किए। कुछ साल के बाद मै कुछ दोस्तों के साथ लॉस वेगास जा रहा था और मुझे इस किताब की याद आए। मेरा कम के पास एक किताबो की दुकान थी, वहा से मैने यह किताब खरीदी और विमान पर पड़ने लगा।

यह किताब छे छात्रों की है। यूनिवर्सिटी मे एक शिक्षक था, इस शिक्षक पत्ते गिनने सिख चुका था। जवानी मे इस शिक्षक लॉस वेगास जाकर कसीनो की एक खेल मे बहुत पैसा जीता। जब कसीनो को पता हुआ के यह आदमी को पत्ते गिनने आते है तो इस को मर कर हमशा निकल डाला। इस शिक्षक ने यूनिवर्सिटी जा कर छात्रों को खेल सिखाना शुरू किया। लॉस वेगास जा कर छात्रों शिक्षक के लिए बहुत पैसे जीतने लगे। छात्रों की सफलता से बहुत बड़ी समस्याए कड़ी हो गई। छात्रों छात्रों के साथ लड़ने लगे, छात्रों शिक्षक के साथ लड़ने लगे, और कसीनो की पुलिस ही सब के पीछे पड़ गई।

इस किताब को विमान पर पड़ कर मुझ को बहुत कुशी हुई थी। मुझ को लॉस वेगास का बहुत कुछ सिखाया। असे खेल मे इतने पैसे जीतने का सपना मै भी देखने लगा। इसलिए मुझ को इस किताब पसंद हुई। इतने लोग को पसंद हुई के इस किताब की एक फ़िल्म भी बनी।

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