Sunday, 12 December 2010

अनीथ hw 2 १०.२१.२०१०

अनीथ
hw 2
१०.२१.२०१०

मेरी सबसे खुशी की िदन

मेरे दो बिहन अौर एक भाई है। एक बड़ी बिहन है, दूसरी छोटी वाली है। जब मैं चोदहा महीने की उमर थी, मेरी छोटी बहन हुइी थी। इस करके, मेरे माता-िपता जी को िचंता थी िक मुझै परवाह अौर “अटेन्शन” नहीं िमलेगी। उस िदनों में, मुझे अपने माता-िपता जी के साथ बहुत टाईम नहीं िमलती थी। मेरा िपता जी ने हर रोज़ िदन बाहर काम के िलये जाना था, अौर वीकेंड़ में भी उसने काम करना था। मेरी ममी को तीन दूसरे बच्चे को देख बाल पड़ता था। में अाम तोर पर अपने-अाप रहती थी--िकताबें पती थी अौर खेलें खेलती थी।

जब मैं पांच साल थी, एक िदन मेरे माता-िपता जी ने मुझे “सर्प्राइज”़ िदया था। उनहें मुझे िशकागो से “कारिनवल” (मेला) से लेके गये। मैं अकेली गयी थी, अौर मैं बहुत खुश थी िक मेरे बहने घर पर रह गये थे। मेले मंे, मैं अपने माता-िपता जी के बीच वाली सीट में बैठी थी। मैंने “पोपकोर्न” अौर “काटन केंनडी” खाये। मुझे आज तक याद है िक मैं बहुत ही खुश, प्रसन्न अौर उतेजित थी। मैं पहेली बार मेरे माता-िपता जी के साथ अकेली थी, अौर मुझे मेला में इतना मज़ी अयी थी। अभी मुझे लगता है िक मैं अपना बच्चा से बहुत टाईम दूंगी। में इतना छोटी थी, लेिकन मेरा िदल में बड़ा मैमोरी है।

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