Sunday, 12 December 2010

आनीथ hw 1 ९.२९.२०१०

आनीथ
hw 1
९.२९.२०१०

पैिरस, िशकागौ, अौर काम्पाला

मुझे बहुत शहर पसंद है, अौर मेंने बहुत जादा शहरे में रही थी। मेरा ख्याल में, मेरा सबसे पसंद शहर पैिरस है। मुझे पैिरस अच्छा लगता है कयोिक वहाँ बहुत जादा “एकाडेिमकस” अौर यूिनवर्िसटयाँ होते है। पैिरस में, आप सारा िदन मेंे चल सखते है। पारकस, मयूजी़मज़, अौर काफ़ी-वाले दुकाने मशूर हंै। पैिरस की “मेटरो” तेज़ चलती थी। बहुत कलाकार, संगीत गाने वाले अौर बाजाने वाले हंै। एक चीज़ मुझे नहीं पसंद है: पैिरस में जो लोग अफ़रीका अौर अरेब वाले देशे से अा रहे हैं, उनहंे िलये उसके िज़ंदगी जादा मुशकूल हो रेहे हैं। पलीस उनहोंने से पीछे-पीछे रहते है।

मुझे िशकागो भी बहुत पसंद है। मैं अपनी बचपन से िशकागो में रहती थी, ताकी मुझे यह शहर के िलये इतनी प्यार है। मेरा िदल बहुत लगता है जब मैं “डाउन्टाउन” में खुबसूरत ईमारते देखती है।

अंत में, मुझे काम्पाला शहर (यूगंन्डा में) भी पसंद है। मैं वहाँ क़रीब के दो सालों के िलये रही थी। यह शहर इतना सून्दर-सोना है, अाप को लगेगा जैसे अाप कोई जन्नत में हो। हर पासे हरे दरख़्त है अौर लाल िमट्टी हंै। सब लोग हसने वाले हैं। मैं एक टीला की उपर रहती थी, अौर मेरे नज़दीक से एक छोटी, पूरानी मसजिद थी। हर रोज़ िदन, पहले साड़े पांच बजे सवेरे, िफ़र चार अोर बार, मैं “अलाहू अखबार” सुनती थी। अाज कल जब में िमिशगेन में है, मैं कामपाला से बहुत याद करती थी।

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