Friday, 27 November 2009

परिवार और खाना

मेरी "thankgiving" बहुत अच्छी लगी । मेरी दीदी औद्री यूनिवेर्सिटी से वापस आई। वः रविवार शाम को पहुंची और उसने मुझे कहा कि मुझे बुधवार कि क्लास "स्किप" करना चाहिए । मेरी दीदी ग्रेस और मैं मंगलवार शाम को अपना घर में पहुँची । मंगलवार शाम को मैंने कुछ नहीं किया ।
गुरूवार सवेरे-सवेरे मेरी माँ उठकर "तुर्की" भूनने लगा है । तुर्की पकानी में पाँच घंटे लगता है । हर साल मेरी माँ तुर्की भूनती और "स्तुफ्फिंग" बनाती है। मेरी भाई आलू पकाता और "चीज़ केक" सकता है । अक्सर मैं फूल सलाद बनाती हूँ , लेकिन यह साल ग्रेस ने फल सलाद बनाया । हर साल हमारा पिरवार बहुत किस्म कि "पाईस" सकते हैं । एक बार हमने बारह किस्म कि "पैस" सेके । गुरूवार हमने सात ही किस्म की "पाइस" सेके ।
"thanksgiving" का खाना के लिए चार दोस्तों ने आया हमने कुछ ख़ास नहीं किया सिर्फ साथ-साथ खाना पकाए और उसके बाद खाना खाए । दिन-भर हमने बहस किया लेकिन क्रोध से बहस नहीं किया ।
हर साल मैं बहुत ज्यादा खाती हूँ क्यों कि खाना बहुत बहुत अच्छा लगता है ।
मेरी दादी बहुत बहुत बूढी है । दादी बीमार भी है । बुधवार दादी को जुकाम-खांसी लगा लेकिन दादी को मेहमान चाहिए । इस के लिए हमने दादी की देखभाल किया । दादी बहुत बहुत पतली थी लेकिन मानसिक बहुत आछी लगी । दादी ने तीन घंटे के लिए बात किया और जुटा हुई । इस के लिए मैं बहुत खुशी हुई ।
गुरूवार शाम को मेरी फूफी-फूफा और उनकी बेटी आए उनकी बेटी रही । वह हमारी साथ रविवार तुक रहेगी ।
आज सवेरे को औद्री चला गयी । कल हमारा दोस्त चला जाएगा और रिविवार मेरी दीदी और मैं चला जाएंगी । छुट्टी बहुत तेज़ ही चल रही है ।
आज मैंने कौन-कौन क्लास अगले समेस्टर लेने का निश्चय किया । मेरी माँ ने कहा कि "तुम सारे "अन्थ्रोपलोजी" कि क्लास लेती हो" शायद माँ चाहती है कि मैं विज्ञान क्लास मेरी बेहेनें जैसी लूँ । लेकिन मेरी दिल विज्ञान में नहीं लगती है ।
मेरी लिए "thanksgiving" का मतलब परिवार है । दोस्तों के लिए भी लेकिन अधिकतर परिवार के लिए है। हर साल मैं आधिक शुक्रगुजार मेरा परिवार के लिए हूँ । मेरे सबसे अच्छे भाई-बेहें हैं और सबसी अच्छी माँ है । मुझे बड़ी पार्टियां नहीं अच्छी लगती है । मैं बिल्कुल खुशी हूँ मेरा छोटा परिवार के साथ ।

No comments:

Post a Comment