Wednesday 15 February 2012

Conversation homework- 2/15

नैना: रूम, जब तक मैं वापस न आऊँ, तब तक तुम यहाँ कड़ी रहना
रुमा: मगर क्यूँ?
नैना: क्यूंकि में तुम्हारी माँ हूँ, और मैं तुम्हारा ख्याल रखना चाहती हूँ. जब तुम खुद माँ बनेगी, तब तुम्हे पता चलेगा.
रुमा: लेकिन मम्मी, आप कहाँ जा रहे हैं?
नैना: रसोई में, पानी चडाने, तुम्हारे स्नान के लिए
रुमा: अच्छा

(नैना रूमा को निला रही हैं)

नैना: रूमा तुम अब ४ साल की हो, जिस दिन तुम ८ साल की बनोगी, उस दिन से में तुमको निलाहना बंध करोंगी.
रूमा: मगर क्यूँ, माँ?
नैना: क्यूंकि बड़ी लड़कियां अपने आप स्नान करती हैं, बेटा.
रूमा: मुह्जे बड़ा नहीं बन्ना हैं, मम्मी!
नैना: आखिर सबको एक न एक दिन बड़ा होना हैं. पर तुम हमेशा हमेशा के लिए मेरी छोटी गुड़ियाँ रहेगी. मेरा बुढ़ापन में जिदर तू जाएगी, उधर मैं भी आऊँगी, तेरा ख्याल रखने.
रूमा: जो मम्मी हमेशा उसकी बेटी के पास रहती हैं, वह मम्मी सबसे अच्छी होती हैं! मेरी मम्मी सबसे अच्छी हैं! इ लव यू मम्मी!
नैना: इ लव यू तू, बेटा

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