जब मैंने हमारे "टोपिक" पहला देखा, मैंने सिर्फ़ एक शहर के बारे में लिखने चाहते थे - कलकत्ता। जुलाइ में, मैंनेकलकत्ता फिर से गई, परिवार के साथ। मेरे सारे परिवार वहां रहते हैं, तो इस लिए मुझे कलकत्ता बहुत पसंद है। मेरीमाँ खूब खुश थीं जब हमें भारत गई क्योंकि उनकी छे भाई-बहेन बंगाल में रहते हैँ । कलकत्ता एक बड़ा और व्यस्तशहर है, लेकिन बहुत मजेदार भी है। मैं और मेरी बहन बहुत बाज़ार जाती थीं मेरी मौसी के साथ। घर में, हम सब कोखूब बात -चित किया । मेरी सब मौसी ज़बरदस्त खाना पका सकते हैँ तो मैंने खूब मिठाइयॉ खायीं । मैंने चचेरे भाई-बहन के साथ ताश खेली और पतंग उडी । कलकत्ता का मौसम गर्मी था लेकिन हमारे समय वहां बहुत आराम थे ।
- नीना
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