Monday, 5 December 2011

गाय और शेर

गाय और शेर

एक दिन कुछ गे थे. वे साथ साथ पानी की तलाश कर करे थे. पहले गाय अपने बेटे गे को कहा, "हमको पानी पाना है,  पानी देखो. हमें बहुत प्यास लगी." दूर में, छोटा गाय कुछ आन्दोलन देख सकता था. उसने दुसरे गाय को कहा, "उधर देखी, एक पशु है, इसलिए यहाँ के पास पानी होगा. तब तीसरे गाय पहले बार से कहा, "सही होगा, चलो, हम उससे पूछेंगे." इस तरह सब तीनों  गाय ने पशु का पीछा किया. थकावट के मारे, उन गाय को शेर अच्छा पशु लगता था. लेकिन सावधानी से नज़र दौडकर उन्होंने देखा कि एक खतरनाक पशु था. यह बुरी बात थी क्योंकि शेर को बुख लगी..और छोटे गाय शेर को रात का खाना की तरह लगता था.
तभी शेर तीन गाय को देखकर, वह गाय की ओर चुपचाप से आने लगा. इसी वजह से तीन गाय को डर लगा.
गाय पहुंचकर शेर ने उनसे कहा, " डर की ज़रूरत नहीं है, मुझे आपकी तरह सिर्फ पानी की खोज कर रहा हूँ. मुझे केवल प्यास लगी, बुख नहीं. मैं आपके साथ पानी ढूंढूंगा. मैं आपको वैर करने नहीं चाहता हूँ."
"ठीक है," गाय सोचे.
इस तरह सब पशु पानी की खोज करने गए.
थोड़ी देर बाद, शेर छोटे गाय ने की ओर कूदकर धावा किया.
दूसरे गाय छोटे ने गाय की मदद करने की कोशिस की लेकिन शेर बहुत ज्यादा मजबूत था. इसके बाद, गाय शेर को कभी नहीं विशवास कर सकते थे.

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